Wednesday, August 5, 2009

रात के मुसाफिर !!!


सोचा था की, आराम से कमरे में बेहत के लैपटॉप में मूवी देखूँगा और मज़े करूँगा | मतलब की अद्लब के पैसे बचाऊंगा मगर तभी एक कॉल आया और और जाना पड़ा और उस समय सुरु होगाया हुम्हारा रात का सफर पहेले तोह मस्त मूवी देखि, कुभ "लव आग कल" किया उस समय तक तक तोह हम सिर्फ़ लोग थे मगर एक और कॉल आता है और सवाल होता है "भेजाअन हम एअरपोर्ट पर है, आप कहा हो" और जवाब में हम भी एअरपोर्ट पहुच जाते हैउसके बाद हम से लोग हो जाते है और फ़िर क्या था चार बइके और आठ लड़केफ़िर क्या था अब तोह घर जा नही सकते थे, क्युकी ऐसे मौंके बार बार नही आते थे फ़िर सुरु होगया रात के मुसाफिर का सफर और उसके बाद कभी पेट्रोल पुम्ब तोह कभी हॉस्पिटल तोह कभी टपरी परटपरी पर बहते बहते हमें करीब दो जानते हो गया था और टपरी वाला भी हमसे परेसान होगया था तोह उसके बाद उमने वापस अपने और आप सबका "हिरा" की तरफ़ रुख किया और जा बहते फासोस के बाहर मगर हिरा के बगल में जब अरबियन देलिघ्ट्स की तरफ़ निगाह गहि तोह हुका पीना मन किया और हम पहुच गय अपने एक और दोस्त के जो भिचारा आराम की नींद सू रहा थाफ़िर क्या था उसको उठाया हुका बनवाया गाने लगवाय और दिल खोल के नाचे इतनी देर में सूर्य देव ने दस्तक दे दी और कहा बेटा अब तोह सू जाओ, मगर एपी तोह हम आठ से नो हो गए थेफ़िर हम निकले अपने सवेरा वाले के पास सूचा उसको लेंगे और उसका उलू काठेंगे मगर उसके चाकर फस गया हुम्हारा रेडियो मिर्ची और उसका काठ गया जब तक वहसे bhi साथ बज चुके थेऔर सोने का थो कोई सीन ही नही था क्युकी अगर सू गए थो कॉलेज मिस हो जाता और हम में से कोई भी कॉलेज मिस करने की हालत में नही था जुस्त बेकाउसे ऑफ़ अत्तेंदेंसमगर हमें किसी भी तरह समय तोह निकलना ही था फ़िर हमने सूचा क्यों क्रिकेट खेला जाय, पहुच गए ग्राउंड में और सुरु कर दिया मैच, मस्त दो मैच कहले और नो बज गए, उसके बाद हमने सूचा आज क्यों पहेली बार कॉलेज सबसे पहेले आया जाय, फ़िर हम लोग मस्त फटाफट से घर गए, तयार हुएय और सदनों तक कॉलेज अगय साला अब तोह हर रूज़ कभी टाइम से नींद ही नही आती और जब तक रात में एक चाय प्ही कर आजाते जब तक नींद ही नही आती वोह कहते है ना की "प्यार में नींद बहुत आती है, कम्बक्त कभी हमसे कोई प्यार करके देखे नींद बहुत आती है" मुझे लगता है की अब मुझे भी प्यार करना परेह्का , उसके बाद ही में चैन की नींद सू पाऊंगा

1 comment:

Naman Saraiya said...

Lekin, jo bhi bolo.
Mazaa zaroor aaya.